अम्बेडकरनगर के पुलिस अधीक्षक को एक पत्र
प्रिय महोदय, आपके महकमे से सम्बन्धित लगभग सभी खबरों का प्रकाशन हम हमारे वेब पोर्टल/ब्लाग में करते रहते हैं। आपके महकमें का पी.आर.ओ. सेल जितनी खबरें मेल द्वारा हमें प्रेषित करता है उनको हम हुबहू प्रकाशित करते हैं। आपको कुछ महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में उन्हें अमली जामा पहनाया जाएगा।
यहाँ बताना आवश्यक है कि जिले में पत्रकारों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही है और सभी सक्रिय रूप से संवादों का संकलन कर अपने-अपने प्रकाशनों में प्रमुखता से स्थान भी दे रहे हैं।
इस समय हम जैसे पत्रकारों को आपकी आहूत की जाने वाली प्रेस मीटिंग्स में उपस्थित होने के लिए पी.आर.ओ. सेल द्वारा बजरिए लैण्डलाइन फोन नम्बर-05271-244445 से कॉल करके बताया जाता है। परन्तु फोनकर्ता द्वारा सूचना देने का कार्य 5 से 10 सेकेण्ड में समाप्त कर दिया जाता है, जिससे इतना तो पता चलता है कि पुलिस महकमें की प्रेसवार्ता है लेकिन कब और कहाँ होगी यह हम समझ नहीं पाते हैं। इसके पूर्व जब यह कार्य स्थानीय अभिसूचना इकाई के जिम्मे था तब बड़े ही स्पष्ट ढंग से हमें प्रेसवार्ता के सम्बन्ध में बताया जाता था जिसे मुझ जैसे मीडियाकर्मी भी आसानी से समझ जाते थे और बताए गए समय व स्थान पर पहुँचकर न्यूज कवरेज कर लेते थे।
यहाँ यह भी बता दें कि पुलिस अधीक्षक अम्बेडकरनगर के पी.आर.ओ. पद पर तैनात पुलिस अधिकारी का फोन अत्यन्त व्यस्त होने के कारण प्रेसवार्ता सम्बन्धी कोई भी जानकारी हासिल करना मुश्किल हो जाता है। 11 जुलाई 2016 को पूर्वान्ह 10.44 बजे मुझे 05271-244445 से एक फोन कॉल आई जो मात्र 16 सेकेण्ड की थी। फोनकर्ता सूचनादाता ने मेरे रेनबोन्यूज/दैनिक मान्यवर के मोबाइल नम्बर- 9454908400 पर कॉल किया था जिसे मैंने रिसीव किया। फोनकर्ता ने क्या कहा यह तो समझ में आया कि प्रेसवार्ता है कहाँ है और किस समय है यह मैं नहीं सुन सका क्योंकि मोबाइल फोन मेज से उठाने और कान तक लगाने में कुछ सेकेण्ड बीत गए और 16 सेकेण्ड में जो कुछ भी फोनकर्ता ने शीघ्रता से बताया वह मेरे समझ में नहीं आ सका।
सुझाव- मैं कुछ सुझाव देना चाहता हूँ वह यह कि- पुलिस महकमें द्वारा आयोजित समस्त कार्यक्रमों एवं प्रेसवार्ताओं में पत्रकारों के सूचनार्थ उन्हें उनके मोबाइल नम्बरों पर एस.एम.एस. के जरिए बताया जाए। ध्यान रहे हो सकता है कि मुझ जैसे पत्रकारों के पास स्मार्टफोन न हो ऐसी स्थिति में व्हाट्सएप्प से दी गई कोई भी सूचना हम तक नहीं पहुँच पाएगी। बेहतर यह होगा कि महकमें के कार्यक्रमों/प्रेसवार्ताओं की सूचना साधारण एस.एम.एस. के जरिए ही दी जाए।
यहाँ बताना आवश्यक है कि जिले में पत्रकारों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही है और सभी सक्रिय रूप से संवादों का संकलन कर अपने-अपने प्रकाशनों में प्रमुखता से स्थान भी दे रहे हैं।
इस समय हम जैसे पत्रकारों को आपकी आहूत की जाने वाली प्रेस मीटिंग्स में उपस्थित होने के लिए पी.आर.ओ. सेल द्वारा बजरिए लैण्डलाइन फोन नम्बर-05271-244445 से कॉल करके बताया जाता है। परन्तु फोनकर्ता द्वारा सूचना देने का कार्य 5 से 10 सेकेण्ड में समाप्त कर दिया जाता है, जिससे इतना तो पता चलता है कि पुलिस महकमें की प्रेसवार्ता है लेकिन कब और कहाँ होगी यह हम समझ नहीं पाते हैं। इसके पूर्व जब यह कार्य स्थानीय अभिसूचना इकाई के जिम्मे था तब बड़े ही स्पष्ट ढंग से हमें प्रेसवार्ता के सम्बन्ध में बताया जाता था जिसे मुझ जैसे मीडियाकर्मी भी आसानी से समझ जाते थे और बताए गए समय व स्थान पर पहुँचकर न्यूज कवरेज कर लेते थे।
यहाँ यह भी बता दें कि पुलिस अधीक्षक अम्बेडकरनगर के पी.आर.ओ. पद पर तैनात पुलिस अधिकारी का फोन अत्यन्त व्यस्त होने के कारण प्रेसवार्ता सम्बन्धी कोई भी जानकारी हासिल करना मुश्किल हो जाता है। 11 जुलाई 2016 को पूर्वान्ह 10.44 बजे मुझे 05271-244445 से एक फोन कॉल आई जो मात्र 16 सेकेण्ड की थी। फोनकर्ता सूचनादाता ने मेरे रेनबोन्यूज/दैनिक मान्यवर के मोबाइल नम्बर- 9454908400 पर कॉल किया था जिसे मैंने रिसीव किया। फोनकर्ता ने क्या कहा यह तो समझ में आया कि प्रेसवार्ता है कहाँ है और किस समय है यह मैं नहीं सुन सका क्योंकि मोबाइल फोन मेज से उठाने और कान तक लगाने में कुछ सेकेण्ड बीत गए और 16 सेकेण्ड में जो कुछ भी फोनकर्ता ने शीघ्रता से बताया वह मेरे समझ में नहीं आ सका।
सुझाव- मैं कुछ सुझाव देना चाहता हूँ वह यह कि- पुलिस महकमें द्वारा आयोजित समस्त कार्यक्रमों एवं प्रेसवार्ताओं में पत्रकारों के सूचनार्थ उन्हें उनके मोबाइल नम्बरों पर एस.एम.एस. के जरिए बताया जाए। ध्यान रहे हो सकता है कि मुझ जैसे पत्रकारों के पास स्मार्टफोन न हो ऐसी स्थिति में व्हाट्सएप्प से दी गई कोई भी सूचना हम तक नहीं पहुँच पाएगी। बेहतर यह होगा कि महकमें के कार्यक्रमों/प्रेसवार्ताओं की सूचना साधारण एस.एम.एस. के जरिए ही दी जाए।
नोटः-
कृपया निम्नलिखित सुझाव को गम्भीरता से पढ़ें
एक बार कुछ दिन पूर्व मैंने पुलिस ऑफिस अम्बेडकरनगर के लैण्डलाइन फोन नम्बर- 05271-244445 पर कॉल करके फोनकर्ता से पूछा था कि भाई साहब आप ने इतनी शीघ्रता में प्रेसवार्ता की सूचना क्यों दिया, तो जवाब मिला कि अम्बेडकरनगर में सैकड़ों पत्रकारों को सूचित करना रहता है इसलिए जल्दी-जल्दी में सबको बताना पड़ता है। मैंने कहा कि हे बन्धु! मैं उम्र के 65वें पड़ाव से गुजर रहा हूँ आप द्वारा पुलिस अधीक्षक की प्रेसवार्ता में शामिल होने के लिए आप द्वारा दी गई सूचना के लिए आपको धन्यवाद, परन्तु पुलिस महकमें के मुखिया महोदय प्रेसवार्ता का आयोजन कहाँ और किस समय कर रहे हैं यह मैं नहीं समझ पाया, यदि बुरा न मानें तो कृपाकर प्रेसवार्ता का समय और स्थान बता दें। बहरहाल उन्होंने किस अन्दाज में बात किया और क्या कहा उसका जिक्र मैं भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी, पत्रकार एवं वरिष्ठ नागरिक नहीं करना चाहता।
मेरे द्वारा दिए गए इस सुझाव पत्र पर यदि अमल किया जाएगा तो आप और अन्य (स्थानापन्न) पुलिस अधिकारी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रेसवार्ताओं में सभी सक्रिय पत्रकार पहुँच सकेंगे और पुलिस महकमे के गुडवर्क का संवाद प्रमुखता से प्रकाशित हो सकेगा।
सादर!
मेरे द्वारा दिए गए इस सुझाव पत्र पर यदि अमल किया जाएगा तो आप और अन्य (स्थानापन्न) पुलिस अधिकारी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रेसवार्ताओं में सभी सक्रिय पत्रकार पहुँच सकेंगे और पुलिस महकमे के गुडवर्क का संवाद प्रमुखता से प्रकाशित हो सकेगा।
सादर!
नमस्कार, महोदय आपके सुझाव निश्चित रूप से बेशकीमती हैं,स्थानीय पुलिस मोहकमा यदिेि दिये गये सुझावों पर अमल करे (जिसकी मुझे आशा नहीं है ) तो इससे सभी का लाभ होगा।
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